Ganapati Bappa हमारे प्रिय देवता हैं, जिन्हें हम सभी अपने जीवन में मानते हैं। वे संकटों के नाशक और सफलता देने वाले संयुक्त रूप से जाने जाते हैं। गणेश चतुर्थी के दिन पूरे भारतवर्ष में उनकी धूमधाम से पूजा की जाती है। बुधवार का दिन, जिसे भगवान गणेश को dedicate किया जाता है, उनके प्रसन्नता और कृपा पाने का अद्भुत मौका है। इस दिन, उनकी विशेष पूजा-अर्चना करने का विधान है, जिससे हम सभी उनके आशीर्वाद को प्राप्त कर सकते हैं।
Ganapati Bappa की पूजा को करने के लिए कुछ आवश्यक सामग्री की आवश्यकता होती है। इसमें गणेश जी की मूर्ति, दूप, अगरबत्ती, दीप, फूल, नैवेद्य, फल, आदि शामिल होते हैं। पूजा की शुरुआत में, हम गणेश जी की मूर्ति के सामने बैठकर उन्हें प्रणाम करते हैं। इसके बाद, हम उन्हें जल, दूप, और अगरबत्ती से स्नेह देते हैं। फिर, हम उन्हें पुष्प, फल, और नैवेद्य के रूप में भोग लगाते हैं। इस पूजा के दौरान, हम उन्हें अपनी भक्ति और प्रेम का अहसास कराते हैं।
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ToggleGanapati Bappa के पूजा के फायदे
Ganapati Bappa की पूजा करने के लिए नियमों का पालन करना बहुत महत्वपूर्ण है। हमें पवित्रता और ध्यान के साथ इस पूजा को करना चाहिए। पूजा के दौरान, हमें मन, वचन, और क्रिया की शुद्धता का ध्यान रखना चाहिए। Ganapatti Bappa को समर्पित किया गया हर काम हमें सफलता और कृपा की प्राप्ति में सहायक होता है।
Ganapati Bappa की पूजा करने के फायदे अनगिनत हैं। प्राचीन काल से ही हमारी संस्कृति में इसका महत्व अत्यधिक रहा है। यह पूजा हमें आत्मा की शुद्धता का अनुभव कराती है और हमें spiritual progress की दिशा में आगे बढ़ने में सहायक होती है। Ganapati Bappa की पूजा करने से हमें patience, and true devotion की प्राप्ति होती है। इसके अलावा, यह हमारे मन को शांति और सुख देती है।

Ganapati Bappa की पूजा करने के बाद, हमें अपने जीवन में उनकी कृपा और आशीर्वाद का अनुभव होता है। वे हमें संकटों और मुश्किलों से निकालने में मदद करते हैं और हमारे जीवन को सुख-शांति से भर देते हैं। Ganapati Bappa की पूजा करने से हमें धन, समृद्धि, और सफलता की प्राप्ति होती है। उनके आशीर्वाद से हमारे कार्यों में बरकत होती है और जो हमारे जीवन को सफलता की ओर ले जाती है। बप्पा की पूजा करने से हमारा मन प्रसन्न और शांत होता है, और हम अपने जीवन में positivity feel करते हैं।
इसके अलावा बप्पा की पूजा करने से हमें आत्म-विश्वास मिलता है और हम अपने लक्ष्यों की प्राप्ति में सफल होते हैं। उनके आशीर्वाद से हम जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकते हैं, चाहे वो व्यापार हो, करियर हो, या परिवारिक जीवन हो। बप्पा की पूजा करने से हमारे दिल में प्रेम, शांति, और सम्मान की भावना उत्पन्न होती है। उनकी कृपा से हम दूसरों के प्रति समर्पण और सेवा की भावना धारण करते हैं। इससे हमारा समाज और समाज में शांति और सद्भावना का वातावरण बनता है।
बप्पा की पूजा का विधान अत्यंत सरल होता है, लेकिन इसका महत्व अत्यधिक है। हमें नियमित रूप से उनकी पूजा करनी चाहिए ताकि हमें उनके आशीर्वाद सदैव प्राप्त होते रहें। उनकी कृपा से हम अपने जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता की प्राप्ति कर सकते हैं और हमें सुख, शांति, और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
Ganapati Bappa की पूजा ऐसे करें
बुधवार का दिन हमें गणेश जी की पूजा करने का अद्भुत मौका प्रदान करता है। इस दिन की पूर्व सुबह ब्रम्हा मुहूर्त में उठकर हमें भगवान गणेश के ध्यान में लगना चाहिए। इसके बाद, हमें स्नान कर हरे रंग के वस्त्र पहनने चाहिए, क्योंकि हरा रंग भगवान गणेश को प्रिय हैं। सूर्य देव को जल अर्पित करने के बाद, हमें एक चौकी पर लाल या पीला कपड़ा बिछाकर भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करनी चाहिए।

गणेश जी को फूल और घास समर्पित करने के बाद, हमें देशी घी का दीपक जलाकर आरती करनी चाहिए। इसके बाद, हमें गणेश चालीसा और मंत्रों का जाप करना चाहिए। गणपति बप्पा को फल, मोदक, और मिठाई का भोग लगाना चाहिए। इसके बाद, हमें लोगों में प्रसाद का वितरण करना चाहिए।
इसके अलावा, हमें अपनी श्रद्धा के अनुसार गरीब लोगों में विशेष चीजों का दान भी करना चाहिए। गणपति बप्पा की पूजा का यह विधान हमें उनके आशीर्वाद से लाभ प्राप्त करने में मदद करता है। इस पूजा के विधान में समाहित उपायों के द्वारा हम न केवल अपने जीवन को सुखमय बना सकते हैं, बल्कि अपने समाज में भी खुशहाली और समृद्धि का संदेश पहुंचा सकते हैं।
गणपति बप्पा की पूजा के यह विधान हमें साधना, श्रद्धा, और समर्पण की भावना से भर देता है। यह हमें उनकी कृपा और आशीर्वाद को प्राप्त करने में सहायक होता है, जो हमें अपने जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता और खुशहाली की प्राप्ति में मदद करता है। इसलिए, हमें हर बुधवार को गणपति बप्पा की पूजा का विधान अवश्य करना चाहिए, ताकि हम उनकी कृपा को सदैव प्राप्त कर सकें और अपने जीवन को सफल बना सकें।
पूजा के दौरान इन मंत्रों का करें जाप
गणेश गायत्री मंत्र
- ॐ एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥
- ॐ महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥
- ॐ गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥
गणेश बीज मंत्र
ऊँ गं गणपतये नमो नमः ।
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विघ्न नाशक मंत्र
- गणपतिर्विघ्नराजो लम्बतुण्डो गजाननः ।
- द्वैमातुरश्च हेरम्ब एकदन्तो गणाधिपः ॥
- विनायकश्चारुकर्णः पशुपालो भवात्मजः ।
- द्वादशैतानि नामानि प्रातरुत्थाय यः पठेत् ॥
- विश्वं तस्य भवेद्वश्यं न च विघ्नं भवेत् क्वचित् ।

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