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Akash deep Profile: 6 महीने में पिता और भाई को गंवाया, आज गेंदबाजी से अंग्रेजों की कमर तोड़ी… 10 गेंदों के अंदर 3 विकेट लेने वाले आकाश दीप की कहानी1 min read

Akash Deep
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Akash Deep की कहानी एक प्रेरणादायक और अद्भुत उदाहरण है जो दिक्कतों और परिश्रम के बावजूद अपने सपनों को पूरा करने का संघर्ष करते हुए सफलता प्राप्त करते हुए उन्हें क्रिकेट की दुनिया के उच्चतम स्तरों तक पहुंचाया। Akash Deep का डेब्यू मैच इंग्लैंड के खिलाफ 23 फरवरी 2024 को हुआ था, जिसमें उन्होंने एक अद्भुत प्रदर्शन किया। उन्होंने सिर्फ 10 गेंदों में 3 विकेट लिए और इंग्लैंड की टीम को बाहर किया। इससे पहले, उन्होंने घरेलू क्रिकेट में अपना अभिनय प्रदर्शित किया और अपने कौशल को दिखाया, जो उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका दिया।

हालांकि, Akash Deep की शुरुआती जीवन की सहायकता के बिना सरल नहीं थी। उन्हें व्यक्तिगत और परिवारिक दुःख का सामना करना पड़ा, जिसमें उनके पिता और भाई की मौत शामिल थी। यह एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन Akash Deep ने इसे पार किया और उसके बावजूद भी अपने सपनों की ओर बढ़ने का निरंतर प्रयास किया। Akash Deep की कड़ी मेहनत, संघर्ष और समर्पण की बदौलत, उन्हें क्रिकेट के प्रतिष्ठित मंच पर पहुंचाया गया। उन्होंने अपने सपनों को पूरा करने के लिए न केवल खुद की, बल्कि अपने परिवार और दोस्तों के साथ भी कई संघर्षों का सामना किया।

Akash Deep की कहानी यह भी सिखाती है कि सफलता के लिए अवसरों का सही उपयोग करना महत्वपूर्ण होता है। जब उन्हें एक क्लब की तरफ से खेलने का मौका मिला, तो वे उसे संग्रहीत करने का सही उपयोग किया और उसे अपने करियर की शुरुआत के रूप में बनाया। Akash Deep की कहानी में हमें यह भी सिखाने को मिलता है कि सपनों को पूरा करने के लिए आत्मविश्वास और संघर्ष की आवश्यकता होती है। उन्होंने किसी भी परिस्थिति में अपने लक्ष्य को हासिल करने का निरंतर प्रयास किया और अपनी इच्छाशक्ति से समस्याओं का सामना किया।

Akash Deep

Akash Deep की कहानी भी उसे उच्च स्तर की दिक्कतों के सामने भी टिका रहने की महत्वता को सिद्ध करती है। वे क्रिकेट के मैदान में अपने दम पर उन्नति करने के लिए परिश्रमी रहे और अपनी जगह बनाई। Akash Deep की कहानी हमें यह शिक्षा देती है कि सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष की जरूरत होती है, और यह संघर्ष सिर्फ जीत या हार की मात्र नहीं होती, बल्कि यह हमें बेहतर बनाने का एक अद्वितीय अवसर भी प्रदान करती है।Akash Deep की कहानी उनके संघर्षों और सामर्थ्य का प्रतीक है और हमें साहस, संघर्ष और संघर्ष के माध्यम से सपनों को पूरा करने की प्रेरणा देती है।

Akash Deep ने पहले सेशन में ‘खेल’

Akash Deep ने रांची टेस्ट के पहले सेशन में एक हीरो बनकर उभरा, जब इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहली पारी में तेज तर्रार बल्लेबाजी की। उन्होंने पहले ही ओवर में बेन डकेट को आउट कर दिया, जब इंग्लैंड का स्कोर 47 रन था। आकाश दीप ने दसवें ओवर की दूसरी गेंद पर बेन डकेट को विकेट के पीछे ध्रुव जुरेल के हाथों कैच आउट करवाया। इसके ठीक दो गेंदों के बाद ओली पोप जीरो पर आउट हो गए। इससे इंग्लैंड का स्कोर 2 हो गया।

कुछ ही समय बाद, आकाश ने फिर से अपनी जादूगरी गेंदबाजी से इंग्लैंड के फॉर्म में दिख रहे जैक क्राउली को क्लीन बोल्ड कर दिया। यह समय जब आकाश दीप ने खेला, वहाँ उनकी गेंदबाजी ने इंग्लैंड की बल्लेबाजों को बहुत परेशानी में डाल दिया। उन्होंने धीरे-धीरे इंग्लैंड की बल्लेबाजों को आउट किया और टीम को परेशानी में डाल दिया। आकाश दीप का यह प्रदर्शन उनके प्रथम टेस्ट मैच में एक उत्कृष्ट उपलब्धि थी, जिससे उन्होंने अपने दम पर स्थानीय क्रिकेट के मंच पर अपना नाम बनाया।

जब Akash Deep को विकेट मिला, पर नो बॉल निकली

Akash Deep के लिए पहली सफलता बहुत महत्वपूर्ण थी और वह इसे जल्दी हासिल करने के लिए बहुत उत्सुक थे। लेकिन अकसर कहा जाता है कि किसी की सफलता का असली मापदंड उसकी सामर्थ्य होती है। और इस घटना के माध्यम से हमें यह यहाँ भी दिखाई देता है।

चौथे ओवर की पांचवीं गेंद पर, आकाश दीप के लिए अपनी पहली विशेष बड़ी अवसर थी, जब वह जैक क्राउली का विकेट लेने की कोशिश में थे। इस विकेट को लेकर, वे बहुत उत्सुक और उत्तेजित थे। लेकिन भगवान का अपराधी ना कहें, बिल्कुल तभी जब वे विकेट लेने के बाद जश्न मना रहे थे, उन्हें ध्यान नहीं रहा कि नो बॉल का सायरन बज गया और विकेट लेने का जश्न करने के बाद वे बहुत ही खुश और उत्साहित हो गए थे। लेकिन इसी बीच, जब वे जैक क्राउली को क्लीन बोल्ड कर दिया, तब उस समय क्राउली केवल 4 रनों पर था।

यह घटना दिखाती है कि जीत और हार का अंत समय तक निर्धारित नहीं होता। जब तक खेल का अंत नहीं हो जाता, तब तक कुछ भी संभव है। यह घटना भी यह दिखाती है कि क्रिकेट जैसे खेलों में छोटी-मोटी चीजों पर भी ध्यान देना बहुत महत्वपूर्ण होता है। एक छोटी सी गलती या लापरवाही आपको अपने लक्ष्य से दूर कर सकती है।

इससे हमें यह भी सिखने को मिलता है कि जीत या हार के बावजूद, हमें हमेशा मेहनत करना और प्रत्येक क्षण में अपनी सर्वोत्तम कोशिश करना चाहिए। आकाश दीप ने इस सम्मानित मौके का लाभ नहीं उठाया, लेकिन इस घटना से उन्हें यह सीख मिली कि वे हमेशा चौकन्ना रहें और किसी भी परिस्थिति में लापरवाही नहीं करें।

Akash Deep

अंत में, इस घटना का संदेश है कि जीवन में कभी भी कोई भी चीज निश्चित नहीं होती है, और हमें हमेशा सावधान रहना चाहिए। जीवन में आने वाली हर चुनौती का सामना करने के लिए हमें तैयार रहना चाहिए और समय के साथ सीखना चाहिए। इससे हम सच्ची सफलता को हासिल कर सकते हैं और हमारे लक्ष्यों की ओर अग्रसर हो सकते हैं।

आकाश दीप टेस्ट में 313 नंबर के ख‍िलाड़ी:-

राजकोट टेस्ट में खेलने वाली भारतीय टीम से महज एक चेंज रांची में देखने को मिला। जसप्रीत की जगह आकाश दीप का टेस्ट डेब्यू हुआ। इस तरह वह भारत की ओर से टेस्ट क्रिकेट खेलने वाले 313 नंबर के खिलाड़ी बन गए। आकाश दीप को टेस्ट कैप हेड कोच राहुल द्रविड़ ने पहनाई। आकाश दीप हांगजोउ एशियन गेम्स और साउथ अफ्रीका टूर पर वनडे सीरीज में भारतीय टीम के सदस्य रह चुके थे।

डेब्यू के आद Akash Deep ने मां के पैर छुए :

डेब्यू के तुरंत बाद आकाश ने अपनी मां के पैर छूए। यह पल बेहद इमोशनल था। रांची में उनके डेब्यू के दौरान उनकी फैमिली के कई लोग मौजूद थे। 27 साल के आकाश दीप मूलतः बिहार के डेहरी के रहने वाले हैं, लेकिन वे घरेलू क्रिकेट में बंगाल के लिए खेलते हैं।

वैसे आकाश दीप के पिता नहीं चाहते थे कि उनका बेटा क्रिकेटर बने। आकाश ने एक इंटरव्यू में कहा था कि बिहार में तब क्रिकेट के लिए कोई बड़ा प्लेटफॉर्म नहीं था। खासकर जहां के वे रहने वाले हैं, वहां क्रिकेट खेलना क्राइम माना जाता था। उनके आसपास में रहने वाले कई बच्चों के माता-पिता कहते थे कि आकाश से दूर रहो, वह पढ़ाई नहीं करता और उसकी संगत में रहकर बिगड़ जाओगे।

जब 6 महीने के अंदर हुई पिता भाई की मौत:-

आकाश ने हाल ही में बातचीत में कहा था कि उनके पिताजी उन्हें बिहार पुलिस कांस्टेबल या राज्य सरकार में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी की परीक्षा देने के लिए कहते थे। वे उन गवर्नमेंट जॉब के आवेदन पत्र भरते थे, लेकिन परीक्षा के दौरान वे खाली फॉर्म जमा करके वापस आ जाते थे। आकाश ने 2015 में 6 महीने के अंदर अपने पिता और बड़े भाई को खो दिया, जिससे सारे परिवार की जिम्मेदारी उनके ऊपर आ गई।

आकाश दीप का शानदार रहा है घरेलू क्रिकेट में रिकॉर्ड

आकाश दीप ने साल 2019 में ही घरेलू क्रिकेट में फर्स्ट क्लास, ल‍िस्ट ए और टी20 में डेब्यू किया। वहीं वे आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की ओर से खेलते हैं। अब तक आईपीएल के वे केवल 2 सीजन 2022 और 2023 खेले हैं। जहां उनके नाम कुल 7 मैचों में 6 विकेट हैं। बेंगलुरु ने उन्हें 20 लाख रुपए में खरीदा था।

Akash Deep
प्रकारमैचविकेट
फर्स्ट क्लास30104
लिस्ट ए2842
टी204148

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